कि और की

कि और की में अंतर – Ki and Kee – Learn 5 Key Differences

कि और की में अंतर – Ki and Kee Difference

हिंदी भाषा लेखन में अक्सर कि और की के प्रयोग के संदर्भ में भ्रम की स्थिति देखने को मिलती है। यद्यपि इन दोनों की ध्वनियाँ लगभग एक जैसी हैं तथापि दोनों के उच्चारण में लगने वाले समय के कारण ये दोनों एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। ‘कि’ के उच्चारण में एक मात्रा का समय लगता है इसलिए इसे ‘क’ के साथ ह्रस्व इ (इ की मात्रा) के साथ लिखा जाता है। ‘की’ के उच्चारण में अधिक समय लगता है इसलिए इसे ‘क’ के साथ दीर्घ ई (ई की मात्रा) के साथ लिखा जाता है। आम बोलचाल में इन्हें छोटी इ और बड़ी ई कहने का प्रचलन हो गया है।

      

    इन दोनों में अंतर स्पष्ट न होने के कारण इनके प्रयोग में त्रुटि की संभावना बढ़ जाती है। परिणामस्वरूप लोग ‘कि’ के स्थान पर ‘की’ का और ‘की’ के स्थान पर ‘कि’ का प्रयोग कर देते हैं। 

 

     इस पोस्ट में हम ‘कि और की’ की अवधारणा (concept) को समझने के लिए इन दोनों के बीच के अंतर को स्पष्ट करेंगे। साथ ही इनसे संबंधित मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करेंगे। हम आशा करते हैं कि इन बिंदुओं को ध्यान में रखने पर ‘कि’ और ‘की’ के प्रयोग में आपको किसी प्रकार का संशय नहीं रहेगा। 

 

    कि 

 

~ यह दो वाक्यों अथवा वाक्यांशों को जोड़ने वाला संयोजक (conjunction) है।

   जैसे – गीता ने पूछा कि तुम कब आओगे? 

  यहाँ दो वाक्यों – ‘गीता ने पूछा’ और ‘तुम कब आओगे?’ को जोड़ने का कार्य ‘कि’ संयोजक द्वारा किया गया है। 

~ अंग्रेज़ी भाषा में, वाक्य में जो कार्य that करता है, हिंदी में वह कार्य ‘कि’ का होता है। 

   जैसे – Geeta asked that when will you come? 

 

* मुख्य बिंदु – 

 

कि का प्रयोग क्रिया (verb) के बाद ही होता है। 

जैसे – माँ ने कहा कि जल्दी आना। 

अध्यापिका जी ने पूछा कि तुम कल क्यों नहीं आए? 

मैंने सोचा कि थोड़ा आराम कर लूँ। 

 

ऊपर दिए गए वाक्यों में कहा, पूछा और सोचा क्रिया शब्द हैं। ‘कि’ का प्रयोग क्रिया शब्दों के बाद ही हुआ है। 

 

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कि का प्रयोग विकल्प (choice) के लिए या/अथवा (or) के स्थान पर भी किया जाता है। 

जैसे – तुम्हें पढ़ना है कि नहीं? 

इस वाक्य में या के स्थान पर (तुम्हें पढ़ना है या नहीं) ‘कि’ भी बोला और लिखा जाता है। 

अन्य उदाहरण – आप चाय लेंगे कि कॉफ़ी? 

                     (आप चाय लेंगे या कॉफ़ी?) 

 

 

की 

 

~ वाक्य में संज्ञा सर्वनाम शब्द के बाद आने वाले अन्य संज्ञा शब्द के बीच ‘की’ का प्रयोग होता है। यह दो शब्दों को जोड़ता है और उनके बीच संबंध स्थापित करने का कार्य करता है। अतः यह स्त्रीलिंग संबंध कारक चिह् न (Relative case) है।

 

जैसे – गाड़ी की चाबी

         लकड़ी की मेज़

         मोहन की पुस्तक 

         राधा की बहन

 

~ अंग्रेज़ी भाषा में, वाक्य में जो कार्य of करता है, हिंदी भाषा में वह कार्य ‘की’ का होता है। 

जैसे – Key of Car

        Table of wood 

 

अंग्रेज़ी भाषा में, Apostrophe ‘s भी दो संज्ञाओं अथवा सर्वनाम – संज्ञा के संबंध को दर्शाता है। 

जैसे – Mohan’ s Book 

         Radha’s Sister

          

अतः हिंदी भाषा में इसके लिए ‘की’ का प्रयोग किया जाता है। 

 

* मुख्य बिंदु – 

 

‘की’ के बाद स्त्रीलिंग शब्द का प्रयोग किया जाता है। जैसे उपरोक्त उदाहरणों में ‘की’ के बाद आने वाले शब्द – चाबी, मेज़, पुस्तक और बहन चारों स्त्रीलिंग शब्द हैं ।

 

 

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‘की’ का प्रयोग वाक्य के अंत में भी किया जाता है। वाक्य के अंत में ‘की’ का प्रयोग हमेशा क्रिया (verb) के भूतकालिक रूप (past tense) में होता है। 

जैसे – परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए राघव ने बहुत मेहनत की। 

   

  जब वाक्य में कर्म स्त्रीलिंग होता है तब ‘की’ क्रिया का प्रयोग किया जाता है। उपरोक्त वाक्य में कर्म मेहनत है और मेहनत स्त्रीलिंग है। 

     

    यदि कर्म पुल्लिंग हो, तब किया शब्द का प्रयोग किया जाएगा। जैसे – मैंने कुछ देर पहले भोजन किया। इस वाक्य में भोजन कर्म है और वह पुल्लिंग है, इसलिए क्रिया के रूप में किया शब्द का प्रयोग होगा। 

 

एक नज़र में – 

 

कि और की में अंतर 

 

• कि दो वाक्यों को जोड़ता है और की दो शब्दों को। 

• कि एक संयोजक (conjunction) है और की संबंध कारक (relative case) 

• अंग्रेज़ी में कि को that के रूप में जाना जाता है और की को of के रूप में। 

• कि से पहले क्रिया शब्द आता है और की के बाद स्त्रीलिंग शब्द ।

• कि का प्रयोग या / अथवा / or के स्थान पर विकल्प के लिए भी किया जाता है। 

• की का प्रयोग भूतकालिक क्रिया के रूप में भी किया जाता है। 

कि और की में अंतर

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