Nukta - नुक़्ता - Hindi Grammar
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इस पोस्ट में आप जानेंगे कि नुक़्ता किसे कहते हैं। (Nukta kise kehte hain) हिंदी भाषा में इसका प्रयोग किन शब्दों में किया जाता है। साथ ही नुक़्ता (Nukta) का प्रयोग क्यों आवश्यक है।
हिंदी में नुक्ता उस बिंदी को कहते हैं, जो अरबी और फ़ारसी से हिंदी में आए शब्दों की कुछ ध्वनियों को शुद्ध रूप से बोलने और लिखने के लिए हिंदी वर्णमाला के कुछ वर्णों के नीचे लगाई जाती है।
हम कह सकते हैं कि हिंदी भाषा में नुक़्ते का प्रयोग उन ध्वनियों को दर्शाने के लिए किया जाता है जो देवनागरी लिपि में मूल रूप से नहीं पाईं जाती हैं। हिंदी के क, ख, ग, ज और फ वर्णों के नीचे नुक्ता लगाकर अरबी-फ़ारसी की ध्वनियों (क़, ख़, ग़, ज़, फ़) को लिखा जाता है।
‘राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद’ ने ये ध्वनियाँ हिंदी भाषा को दीं। हिंदी के महान साहित्यकार तथा हिंदी भाषा और देवनागरी लिपि के समर्थक ‘राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद जी’ ने यह प्रयास किया कि फ़ारसी की सारी ध्वनियाँ देवनागरी लिपि में व्यक्त हो सकें। ऐसा करने के पीछे उनका उद्देश्य यह था कि अंग्रेज़ों के अधीन गुलाम भारत को अपनी एक भाषा मिल सके। मुगलों के शासन के कारण उस समय भारतीय राज-काज की भाषा फ़ारसी थी। वे हिंदी भाषा के सच्चे पक्षधर थे इसलिए उन्होंने हिंदी वर्णमाला के पाँच मिलते – जुलते वर्णों के नीचे नुक़्ता लगाकर हिंदी भाषा को समृद्ध किया।
नुक़्ते लगाने से ये ध्वनियाँ लिखने के साथ – साथ बोलने में भी हिंदी वर्णमाला के वर्णों से अलग होती हैं। आइए इन ध्वनियों के अंतर को समझें –
क़ – यह हिंदी वर्णमाला के ‘क’ से थोड़ा अलग होता है। इस ध्वनि का उच्चारण करते हुए गले से आवाज़ निकाली जाती है। जैसे – क़ौम, क़िला, क़िस्मत, क़ीमत आदि ।
ख़ – यह हिंदी वर्णमाला के ‘ख’ से अलग होता है। इसके उच्चारण में ख से अधिक ज़ोर दिया जाता है और ध्वनि में एक वज़न (भारीपन) भी महसूस किया जाता है। जैसे – ख़ुदा, ख़ामोश, ख़त्म, ख़बर आदि ।
ग़ – यह ध्वनि भी हिंदी वर्णमाला के ‘ग’ से अलग होती है। इसके उच्चारण के लिए भी गले के अंदर से आवाज़ निकाली जाती है। जैसे – ग़ौर, ग़ज़ल, ग़म, ग़रीब आदि ।
ज़ – इस ध्वनि का उच्चारण हिंदी वर्णमाला के ‘ज’ से बहुत अलग होता है। ज वर्ण को बोलते समय जीभ मुँह के तालु भाग को स्पर्श करती है वहीं ज़ के उच्चारण में जीभ कि आगे कि हिस्सा ऊपर के दाँतों से थोड़ा – सा स्पर्श करता है। इसके कुछ उदाहरण देखते हैं – ज़िंदगी, सज़ा, ज़माना, ज़ंग आदि।
फ़ – इसका उच्चारण हिंदी वर्णमाला के ‘फ’ से बिल्कुल अलग है। इसका उच्चारण करते समय दोनों होंठ आपस में मिलते हैं, इसलिए इन्हें ओष्ठ्य वर्ण कहा जाता है। परंतु फ़ के उच्चारण में मुँह की हवा को अधिक ज़ोर लगाकर मुँह से बाहर निकाला जाता है। आइए इसके कुछ उदाहरण देखते हैं – तूफ़ान, फ़ायदा, फ़ौरन, तकलीफ़ आदि।
वर्तमान समय में हिंदी भाषा में क़, ख़ और ग़ वर्णों में नुक़्ते का प्रयोग अनिवार्य नहीं है परंतु लेखन और उच्चारण की शुद्धता की दृष्टि से ज़ और फ़ में नुक़्ते का प्रयोग आवश्यक है। ज़ और फ़ ध्वनियाँ अरबी-फ़ारसी के शब्दों के अतिरिक्त अंग्रेज़ी के शब्दों को भी शुद्ध रूप में लिखने के लिए देवनागरी लिपि द्वारा हिंदी भाषा में प्रयुक्त होती हैं, जैसे – ऑफ़िस, फ़ाइल आदि।
हिंदी भाषा में ऐसे अनेक शब्द हैं जिनमें नुक़्ते का प्रयोग आवश्यक रूप से किया जाना चाहिए। नुक़्ते का प्रयोग न करने से इनके अर्थ में अंतर आ जाता है। ऐसे ही कुछ शब्द यहाँ दिए जा रहे हैं –
1. राज़ – रहस्य
राज – शासन
2. सज़ा – दंड
सजा – सजा हुआ
3. ज़रा – थोड़ा
जरा – बुढ़ापा
4. गज़ – लंबाई की माप (3 फुट)
गज – हाथी
5. फ़न – हुनर, कला
फन – साँप का फन
6. तेज़ – तीव्र, जल्दी
तेज – आभा, प्रकाश
7. ज़ंग – हवा और पानी के कारण लोहे पर जमने वाला पदार्थ
जंग – युद्ध
8. ज़माना – समय, संसार
जमाना – पक्का करना, ठोस बनाना
9. गरज़ – ज़रूरत
गरज – बादलों की आवाज़
10. फ़लक – आसमान
फलक – तख्ता
हिंदी भाषा में उर्दू – फ़ारसी के अनेक ऐसे शब्द भी हैं जिनमें नुक़्ते का प्रयोग अनिवार्य तो नहीं है परंतु उनका अर्थ जानना आवश्यक है। यहाँ कुछ शब्द दिए जा रहे हैं –
1. बाग़ – बगीचा
बाग – बागडोर, लगाम
2. ख़ान – मुस्लिम पठान
खान – खदान
3. ख़ाना – स्थान
खाना – भोजन
4. ख़ुदा – ईश्वर
खुदा – खुदा हुआ, उत्कीर्ण
5. ग़ौर – ध्यान
गौर – गोरा
नुक़्ता युक्त उर्दू - फ़ारसी के कुछ शब्द
1. ज़्यादा
2. ज़रा
3. ज़रूर
4. ज़ीनत
5. ज़िला
6. ज़ोर
7. ज़मीन
8. ज़माना
9. ज़िंदगी
10. ज़ंग
11. ज़हमत
12. ज़ेहन
13. फज़ीहत
14. कर्ज़
15. ज़ंजीर
16. ज़िम्मेदारी
17. ज़ुबान
18. ज़ाहिर
19. ज़ालिम
20. ज़ुल्म
21. ज़मींदार
22. इज़हार
23. इज़्ज़त
24. इल्ज़ाम
25. ताज़ा
26. कमज़ोर
27. फ़न
28. फ़र्क
29 फ़िक्र
30. फ़साद
31. फ़ायदा
32. फ़ासला
33. फ़र्ज़
34. फ़ना
35. दफ़न
36. कफ़न
37. फ़सल
38. फ़र्श
39. फ़तेह
40. तकलीफ़
41. फ़िलहाल
42. फ़ौज
43. काफ़िला
44. तूफ़ान
45. फ़ौरन
46. फ़िज़ूल
47. फ़ालतू
48. फ़कीर
नुक़्ता युक्त अंग्रेज़ी के कुछ शब्द
1. ज़ीरो
2. प्राइज़
3. क्रेज़
4. प्रेजेंट
5. प्रेजेंटेशन
6. रोज़
7. ब्लेज़र
8. रिज़र्वेशन
9. पिज़्ज़ा
10. ट्रांजिस्टर
11. रिवीज़न
12. डिवीज़न
13. फ़िल्म
14. फ़ाइल
15. फ़ाइन
16. फ़्यूज़
17. फ़िज़िक्स
18. ट्रांसफ़र
19. कनफ़्यूज़न
20. फ़ीचर
21. फ़ोर्स
22. फ़्रेम
23. फ़्रेश
24. फ़्रेक्चर
25. फ़ेल
26. कॉफ़ी
27. ऑफ़िस
28. फ़्रांस
29. फ़्राइडे
30. फ़्रिज
उपरोक्त विदेशी शब्दों का हिंदी भाषा में बहुलता से प्रयोग होता है। इनके शुद्ध उच्चारण के साथ – साथ इनके शुद्ध लेखन के लिए नुक़्ते के सही स्थान का ज्ञान होना अति आवश्यक है।